ये जीवन की डोरी तेरे हाथ सांवरे … तेरे हाथ सांवरे
कैसा मिला ज़हर ये हवाओं में आज कल
मिलता नहीं है आज की मुश्किल का कोई हल
जलते हुए चिराग भी बुझने लगे हैं यूँ
कोई गिरा रहा हो चिरंगों पे जैसे जल
ये जीवन की डोरी तेरे हाथ सांवरे…………..
प्रेमी जो तेरे सांवरे उनको बचा ले तू
अनजान तुझसे उन्हें अपना बना ले तू
छिप छिप के वार करती है ये मौत बेरहम
कलयुग में फिर से सांवरे जलवा दिखा दे तू
ये जीवन की डोरी तेरे हाथ सांवरे…………..
हारे का साथी तू हारे हुए हैं हम यहाँ
छोड़ के दर तेरा जाएँ तो जाएँ हम कहाँ
क्या कमी रही कुछ प्यार में हमको छोड़ा मझधार में
इक तेरे सिवा हम लोगों का और नहीं संसार में
ये जीवन की डोरी तेरे हाथ सांवरे…………..
कैसा असर ये आ गया छिप के हवाओं में
इसको मिटा सके नहीं ताक़त दवाओं में
कर दे करिश्मा श्याम तू विनती करे मनुज
ला दे असर ओ सांवरे मेरी दुआओं में
ये जीवन की डोरी तेरे हाथ सांवरे…………..
This string of life is beautiful, your hands are beautiful
How did you get the poison in these winds today?
There is no solution for today’s problem
Even the burning lamps have started extinguishing.
Somebody is falling like water on the lamps
This string of life is beautiful in your hands………….
Lover who saves your beauty
Unknown to you, make them yours
This death is merciless
In Kaliyuga, show me the dark glow again
This string of life is beautiful in your hands………….
You are the loser’s friend, we are here
If you leave, then where do we go?
What was lacking in some love left us in the middle
I do not belong to the people except you and not in the world
This string of life is beautiful in your hands………….
How did this effect come hidden in the winds?
Couldn’t erase it, the power in medicines
Do Karishma Shyam, you request Manuj
La de asar o saware in my prayers
This string of life is beautiful in your hands………….