ये मेरा मन एक सागर है सागर का तू किनारा है तू किनारा है ,
मेरे मन के सूने अम्बर में, तू चमकता हुआ तारा है एक तारा है। ये मेरा मन एक सागर है सागर का तू किनारा है तू किनारा है ,
मैंने रात दिन परमेश्वर,तेरी महिमा को दिल में बसाया,
तेरा चाँदना , मेरी आत्मा पे ,रात दिन है छाया
तू नहीं तो, मेरी आँखों में,अंधियारा ही अंधियारा है
ये मेरा मन एक सागर है सागर का तू किनारा है तू किनारा है ,
मेरे चाँद तू , मेरा चाँदना मेरे जीवन का तू उजियारा है ,
मेरे दुःख भरे, संसार में , मेरे पतझड़ की तू ही बहार है
मेरी आँखों में धुन्ध कोहरा है आँखों का तू उजियारा है
ये मेरा मन एक सागर है सागर का तू किनारा है तू किनारा है ,
मेरे फुलसंदे वाले बाबा ,तू है आत्माओं का स्वामी
मुक्तिदाता ,हे विधाता ,मेरे मेरे सतगुरु अन्तर्यामी
मैं तो धरती का धूल गर्दा हूँ ,तू गगन का उजियारा
ये मेरा मन एक सागर है सागर का तू किनारा है तू किनारा है ,
This my mind is an ocean, you are the shore of the ocean, you are the shore,
In the dark amber of my mind, you are a shining star.
I have settled God night and day, your glory in my heart,
Your moonlight is on my soul night is day and shadow
If not you, in my eyes, the darkness is the only darkness
This my mind is an ocean…………………………………….. …….
You are my moon, my moonlight, you are the light of my life,
In my sorrowful world, you are the spring of my autumn
The mist is the fog in my eyes, you are the light of the eyes
This my mind is an ocean…………
Baba of my flowers, you are the lord of souls.
Liberator, O creator, my Satguru Antaryami
I am the dusty filth of the earth, you are the light of the sky
This my mind is an ocean………..