जीवन में हम जैसे भी हो जब भी समय मिले भगवान को भजते रहे भगवान मेरे है मै भगवान का हूं। भगवान सत्य स्वरूप है। भगवान को भजते हुए भक्त में अपने आप विस्वास शान्ति प्रेम अध्यात्म आनंद प्रकट हो जाता है।अ प्राणी तु इस जीवन को मिट्टी में रूला चाहे इस जीवन को सोना बना। सभी देश के प्रधानमंत्री नहीं बनते हैं हम प्रयत्न करके मन में शान्ति स्थापित कर लेते हैं कि परमात्मा ने मुझे जितना दिया है वह बहुत है। राजा महाराजा करोड़ पति भी इस वैभव को त्यागकर सन्यास को धारण करते हैं। बहुत से कर्म को अपना सबसे बड़ा धन मानते हैं। जो जिस मार्ग पर कदम बढ़ाता है उन्हें उसी में सब कुछ प्राप्त होता है। एक व्यक्ति अपने जीवन को सार्थक करता है। तब वह अनजाने में कितने ही व्यक्तियों के जीवन को सार्थक बना कर जाता है। परमात्मा ने हमें मानव जीवन रूपी हीरा दिया है उसको तराशना हमारा काम है। यही जीवन की सच्चाई है।जय श्री राम
अनीता गर्ग
Wherever we are in life, whenever we get time, keep on worshiping God, God is mine, I belong to God. God is the form of truth. While worshiping the Lord, faith, peace, love, spiritual bliss automatically manifests itself in the devotee. Not everyone becomes the Prime Minister of the country, we try to establish peace in the mind that the amount God has given me is a lot. King Maharaja Crore husband also renounces this splendor and adopts sannyas. Many consider karma to be their greatest wealth. He who walks on the path, gets everything in him. A person makes his life meaningful. Then he goes on unknowingly making the lives of so many people meaningful. God has given us the diamond of human life, it is our job to carve it. This is the truth of life. Jai Shri Ram
Anita Garg