ह्वाइटहेवनमें वेलिंगटन नामक एक कोयलेकी खान थी। उसके निकट ही दो-तीन झोंपड़ियाँ थीं। एक झोंपड़ीमें अपनी माँ और दो बहिनोंके साथ एक दशवर्षीय लड़का रहता था।
एक दिन अचानक बड़ी दीवार गिर पड़ी और उसके नीचे पूरा का पूरा परिवार दब गया। मजदूर और खानमें काम करनेवाले लोग घटना स्थलपर पहुँच गये। गिरी दीवारके नीचे एक मधुर ध्वनि ऊपर उठती सी सुनायी पड़ी।’गाते रहो, राबर्ट कार्लटन ! गाते रहो।’ मजदूरोंने विनष्ट दीवार तथा अन्य सामानोंको हटाना आरम्भ किया और थोड़ी देरमें सारा-का-सारा कूड़ा साफ हो गया।
कार्लटनकी माँ और एक बहिन कालके मुखमें जा चुकी थी। दूसरी बहिनको थोड़ी चोट आयी थी और उसीको प्रसन्न रखने तथा मजदूरोंको प्रोत्साहित करनेके लिये ही मृत्युकी गोदमें पड़ा अल्पवयस्क कार्लटन बड़ी तन्मयतासे गाता रहा। उसकी सद्वृत्तिने बहिनके प्राणोंकी रक्षा की। – रा0 श्री0
There was a coal mine called Wellington in Whitehaven. There were two or three huts near it. A ten year old boy lived in a hut with his mother and two sisters.
One day suddenly a big wall collapsed and the whole family got buried under it. The laborers and the people working in the mines reached the spot. Under the fallen wall a sweet voice seemed to rise up. ‘Keep on singing, Robert Carlton! Keep singing.’ The laborers started removing the destroyed wall and other things and in a short time all the garbage was cleared.
Carlton’s mother and a sister had gone to Kal’s mouth. The other sister was slightly hurt and to keep her happy and to encourage the laborers, the minor Carlton, who was lying in the lap of death, kept on singing with great intensity. His kindness saved his sister’s life. – Ra0 Mr.0