भोले तेरी कावड लाऊ गंगा का जल तुझे चडाऊ,
जयकारा सब ने भोला है,
हो बम बम भोला है,
सतीपति केलाश नाथ की सब देवो में बात निराली,
नंदी की असवारी करते जय जय भोले नाथ तुम्हारी,
नील कंठ पर रहने वाले मन चाहा वर देने वाले जैकारा सब ने बोला है,
वो बम बम भोला है,
तन में बस्म रमाने वाले नाग बुजंग गले में डाले ,
माथे चंदा जटा में गंगा मृग शाळा का आसन डाले,
बोले तुम बोले भडारी पूजे है दुनिया ये सारी जैकारा सब ने भोला है,
वो बम बम भोला है,
करता आस सभी से भोले एसा वर दे अंतर यामी,
सुख संताप मिटे सब के सब रहू चरण में तेरे स्वामी,
भोले तुम हो सुख के सागर ज्ञान से भर दो मेरी गागर,
जय कारा सब ने भोला है,
वो बम बम भोला है,
Bhole Teri Kawad, let the water of the Ganges feed you,
Everyone is innocent.
Ho bam bam naive hai,
Satipati Kelash Nath’s talk is unique among all the gods,
Jai Jai Bhole Nath your riding the Nandi,
Jakara, who gave the desired boon, who lives on Neel Kantha, has said,
He is bum bam naive,
Put the serpent Bujang in the neck, who basks in the body
Put the seat of the Ganges deer in the forehead Chanda Jata,
Said you said Bhadari is worshipped, all this world has been gullible by everyone,
He is bum bam naive,
Yami does hope to be innocent to everyone,
May the happiness and sorrows be erased from everyone’s feet, your lord,
You are innocent, fill the ocean of happiness with knowledge.
Jai kara everyone has gullible,
He is bum bam naive,