मन मेरा मंदिर भोले पूजा करू मैं सुबहा शाम रे तुम्हारा नाम रे,
भोले ओ मेरे भोले ओ मेरे भोले शिव शंकर भोले,
तीन लोक के तुम को स्वामी
जानो घट घट की अन्तर्यामी ,
तेरी आरती करे रे मिल देवताघन सारे दीनानाथ रे
तुम्हारा नाम रे
सारे जगत के हो पालनहारी केहलाते भोले तुम विषधारी,
विपता हर लेते सारी चाहे कितनी हो भारी नंदी साथ रे तुम्हारा नाम रे,
मन मेरा मंदिर भोले ….
अजब निराली तुम्हरी माया सकल जगत ने तुम को धाया,
नागर आया द्वारे भोले तुम को पुकारे सुन लो नाथ रे तुम्हारा नाम रे,
मन मेरा मंदिर ….
I should worship my temple innocently, I am in the morning, re your name,
Bhole o my naive o my naive Shiv Shankar bhole,
Lord of the three worlds
Know the difference between the low and the low,
Teri aarti kare re mil devtaghan saare deenanath re
your name ray
You are innocent, you are poison-dwellers, as you are the caretakers of the whole world.
No matter how heavy Nandi is with you, Re your name,
Mind my temple naive….
Your wonderful Maya, the whole world has defeated you,
Listen to the innocent calling you by the Nagar aaya, Nath re your name re,
Mind my temple….