जप हर हर हर हर भोला, गुरु महादेव॥
तोर पावे मा बिराजे गा भोला,चंदन खड़ुवा ॥
तोर कमर म बिराजे गा भोला,बघवा के छाला॥
जप हर हर हर हर गुरु महादेव ॥
तोर भुजा मा बिराजे गा भोला, तुलसी के माला॥
तोर गला मा बिराजे गा भोला,सरपन विकराला॥
जप हर हर,,,,,,,,,,,, गुरु माहादेव ॥
तोर मुड़ मा बिराजे गा भोला,दूज के चंदा॥
तोर जटा माँ बिराजे गा भोला, जग तरन गंगा॥
तोर सेवा ला बजाके “गौतम” रहिथे गा चंगा॥
जप हर हर हर हर भोला गुरु महादेव॥
Jap Har Har Har Har Bhola, Guru Mahadev॥
Tor pave ma biraje ga bhola,chandan khaduwa ॥
Your waist will be covered with the skin of a tiger.
Jap Har Har Har Har Guru Mahadev ॥
In your arms, O Bhola, sits a garland of Tulsi.
There is a serpent in your throat.
Jap Har Har,,,,,, Guru Mahadev ॥
Tor mud ma biraje ga bhola,dooj ke chanda॥
Tor jata maa biraje ga bhola, jag taran ganga॥
By calling for your service, “Gautam” would live well.
Jap Har Har Har Har Bhola Guru Mahadev॥