शिवशंकर डमरू वाले तुम मेरे पड़ गए पाले
तुम्हें घुमा घुमा कर भगवन मेरे पैरों में पड़ गए छाले
तूने सबको दिया पर मुझे ना दिया यूं कहे ना दिया
नादिया नादिया मुझे कुछ ना दिया।।
रावण को लंका दान भी मुझको तो कुछ ना दिया
भस्मासुर को बर दीया मुझको तो कुछ ना दिया
तेरी छांव में पला दीया मन का जला यू बोले ना दिया
ना दिया ना दिया मुझे कुछ ना दिया।।
सुन नादिया भोले भाले क्यों फिकर करे मेरे लाले
तू मन चाहा वर पाले और मन में खुशी मनाले
जा तुझको दिया जा अमर किया तेरा नाम नादिया
नादिया नादिया मुझे कुछ नादिया।।
शिवशंकर डमरू वाले तुम मेरे पड़ गए पाले
तुम्हें घुमा घुमा कर भगवन मेरे पैरों में पड़ गए छाले
तूने सबको दिया पर मुझे ना दिया यूं कहे ना दिया
नादिया नादिया मुझे कुछ ना दिया।।
Shivshankar Damru, you have fallen on my feet
God got blisters on my feet by turning you around
You gave everyone but did not give it to me
Nadia Nadia did not give me anything.
The donation of Lanka to Ravana did not even give me anything.
Didn’t give anything to Bhasmasura
You grew up in your shadow.
Neither given nor given, did not give me anything.
Listen Nadia, why should you worry about my dear?
You wish to be groomed and have happiness in your heart.
Ja tujhko diya jaa immortal kiya tera naam nadia
Nadia nadia me some nadia..
Shivshankar Damru, you have fallen on my feet
God got blisters on my feet by turning you around
You gave everyone but didn’t give it to me
Nadia Nadia did not give me anything.