शिव की नगरियां शिव के धाम चले,
शिव की नगरियां शिव के धाम,
कंधे पे तू कावर लेके जपके शिव का नाम,
शिव की नगरियां शिव के धाम…..
हर हर बम बम जपके तू दर भोले के आयेगा,
गंगा जल की बरखा कर शिव को जो तू चढ़ाये गा,
राहो के कंकर पत्थर से कभी नहीं घबराना ,
हर हर बम बम हर पल जपते जाना ले कर भोले का नाम,
जपले तू शिव का नाम,
शिव की नगरियां शिव के धाम
यु तो भोले नाथ के सब रोज ही पूजा करते है,
पर सावन में कावर ले जो भोले के घर आते है,
उनकी जीवन की राहो का होता दूर अँधेरा,
भोले बेडा पार है करते ये है विश्वास मेरा,
जपले तू शिव का नाम,
शिव की नगरियां शिव के धाम
शिव अनेको रूप है शिव के अनेको नाम है,
हर रूप में निराले है शिव के अनेको धाम है,
सबकी ईशा पूरी करते शिव भोले भंडारी,
शिव के चरणों में तर जाते पापी और अज्ञानी,
जपले तू शिव का नाम,
शिव की नगरियां शिव के धाम
स्वरलखबीर सिंह लक्खा
The cities of Shiva went to the abode of Shiva,
Shiva’s Cities, Shiva’s Dham,
You chant the name of Shiva with a Kavar on your shoulder,
Shiva’s cities Shiva’s abode…..
Chant every bam bam, you will come from every innocent person,
Whatever you offer to Shiva by showering the Ganges water,
Never be afraid of the pebble stone of the road,
Every moment, every moment, the name of the innocent by chanting,
Chant you the name of Shiva,
Shiva’s Cities Shiva’s Dham
You worship Bhole Nath every day.
But take Kavar in Sawan who comes to the house of the innocent.
His way of life was far from dark,
The innocent people do, this is my faith,
Chant you the name of Shiva,
Shiva’s Cities Shiva’s Dham
Shiva has many forms, Shiva has many names,
It is unique in every form, Shiva has many dhams,
Shiv Bhole Bhandari fulfilling everyone’s wishes,
The sinners and the ignorant get immersed at the feet of Shiva,
Chant you the name of Shiva,
Shiva’s Cities Shiva’s Dham
Swarlakbir Singh Lakha