हम तो तेरे दरबार के दरबारी हो गए,
भोले तेरे नाम के पुजारी हो गए,
ये कीर्तन और तेरे भजन से हम थे बेगाने,
अब तो तुम्हारे चरणों के भोले है दीवाने,
दर्शन दो एक बार हम दरबारी हो गए,
भोले तेरे नाम के…..
हैं भोले हम बालक तुम्हारे भूल ना जाना,
भव सागर से सबकी नैया आकर पार लगाना,
कर देना भवपार हम दरबारी हो गए,
भोले तेरे नाम के…..
ये ‘शर्मा’ अब तेरी शरण में आके पड़ा है,
जांगण राजकुमार भी भोले कबसे द्वार खड़ा है,
हे दानी दातार हम दरबारी हो गए ,
भोले तेरे नाम के,……….स्वरलखबीर सिंह लक्खा
We have become the courtiers of your court,
The innocent have become priests in your name.
With this kirtan and your bhajan, we were begone,
Now you are crazy about your feet.
Do Darshan Once we became courtiers,
Bhole your name ke…..
We are innocent children, don’t forget you
Come and cross everyone’s boat from the ocean of existence,
Do it, we have become courtiers,
Bhole your name ke…..
This ‘Sharma’ is now lying in your shelter,
Since when even the prince of Jangan is innocent, standing at the door,
O donor, we have become courtiers,
Bhole Tere Naam Ke,………..Swarlakhbir Singh Lakha