एक मंत्र में पूरी रामायण

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एक मंत्र में पूरी रामायण का सार भगवान राम की आराधना करने के लिए रामायण में एक मंत्र बहुत ही खास है । इस एक मंत्र में पूरी रामायण का सार छिपा हुआ है । शास्त्रों में कहा गया है कि जो राम भक्त इस एक मंत्र का रोज पाठ करते हैं उन्हें पूरी रामायण पाठ करने के बराबर का पुण्य लाभ प्राप्त हो जाता है । इस मंत्र को श्लोकी रामायण कहते हैं । मान्यता है कि इस रामायण मंत्र के जाप से पापों से मुक्ति और परेशानियां खत्म हो जाती है । साथ ही प्रभु श्रीराम की कृपा प्राप्त होती है । इस मंत्र का जाप सुबह स्नान करने के बाद भगवान राम की प्रतिमा के सामने आसन पर बैठकर किया जाना चाहिए । रोज सुबह घर के मंदिर में दीपक जलाकर इस मंत्र का जाप करना चाहिए ।आदौ राम तपोवनादि गमनं , हत्वा मृगं कांचनम् ।वैदेहीहरणं जटायुमरणं , सुग्रीवसंभाषणम् ।। बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं , लंकापुरीदाहनम् ।पश्चाद् रावण कुंभकर्ण हननम् , ऐतद्धि रामायणम् ।।ये इस श्लोक का अर्थ : श्रीराम वनवास गए , वहां स्वर्ण मृग का का वध किया । वैदेही यानी सीताजी का रावण ने हरण कर लिया , रावण के हाथों जटायु ने अपने प्राण गंवा दिए । श्रीराम और सुग्रीव की मित्रता हुई । बालि का वध किया । समुद्र पार किया । लंकापुरी का दहन किया । इसके बाद रावण और कुंभकर्ण का वध किया । ये रामायण का सार है । रोज सुबह घर के मंदिर में करें इस श्लोक का जाप रोज सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करें । इसके बाद घर के मंदिर में पूजा करें । श्रीराम दरबार के सामने धूप – दीप जलाएं । श्रीराम दरबार में श्रीराम , लक्ष्मण , सीता और हनुमान मुख्य रूप से रखना चाहिए । भगवान को भोग लगाएं । पूजन के बाद श्रीराम का ध्यान करते हुए इस श्लोक का जाप करें । जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए । ज्यादा समय न हो तो 11 या 21 बार भी मंत्र जाप कर सकते हैं । श्रीराम का षडक्षर मंत्र अति लाभकारी श्रीराम का षडक्षर मंत्र अति लाभकारी है । षडक्षर राम मंत्र राम रामाय नमः ‘ है जिसे चिन्तामणि भी कहा जा सकता है , किसी भी कामना को पूर्ण करने के लिए इस राम मंत्र का साधक को , उपासक को अनुष्ठान करना चाहिए । इस मंत्र के ब्रह्मा ऋषि हैं , गायत्री छंद है श्रीरामदेवता है रा बीज और नमः शक्ति है । विधिवत न्यास ध्यानार्चन करते हुए साधक को राममंत्रानुष्ठान करना चाहिए । पूरा अनुष्ठान छह लाख जप का होता है । यह परम कल्याणकारी श्रीराम का महामंत्र है । इसकी अपार महिमा है , इससे अनेक लाभ हैं । परमोपयोगी अति विशिष्ट मंत्र है । अनुष्ठान विधिवत शास्त्रोक्त रीति से निष्ठापूर्वक करना चाहिए । मन एकाग्र करने हेतु अभ्यास करें ।जय श्री राम



The essence of the whole Ramayana in one mantra A mantra in Ramayana is very special to worship Lord Rama. The essence of the entire Ramayana is hidden in this one mantra. It has been said in the scriptures that the devotees of Rama who recite this one mantra daily, get the virtuous benefit equivalent to reciting the entire Ramayana. This mantra is called Shloki Ramayana. It is believed that by chanting this Ramayana Mantra, one gets freedom from sins and troubles end. Along with this, the grace of Lord Shri Ram is also received. This mantra should be chanted in the morning after taking bath while sitting on a seat in front of the idol of Lord Rama. This mantra should be chanted every morning by lighting a lamp in the temple of the house. Ballynirdalanam Samudratanam, Lankapuridahanam. After Ravana, Kumbhakarna Hannam, Aitaddhi Ramayanam. This is the meaning of this verse: Shri Ram went to exile, killed the golden deer there. Vaidehi i.e. Sitaji was abducted by Ravana, Jatayu lost his life at the hands of Ravana. Shri Ram and Sugriva became friends. Killed Bali. crossed the sea. Burned Lankapuri. After this, Ravana and Kumbhakarna were killed. This is the essence of Ramayana. Chant this verse every morning in the temple of the house, wake up early every morning and offer water to the sun god after bath. After this worship in the temple of the house. Light an incense-lamp in front of Shri Ram’s court. Shri Ram, Lakshmana, Sita and Hanuman should be kept mainly in Shri Ram’s court. Enjoy God. After worship, chant this verse while meditating on Shri Ram. Chanting should be done at least 108 times. If there is not much time then you can chant the mantra 11 or even 21 times. Shri Ram’s Shadaksha Mantra is very beneficial Shri Ram’s Shadaksha Mantra is very beneficial. Shadakshara Ram Mantra is ‘Rama Ramaya Namah’ which can also be called Chintamani, to fulfill any wish, the seeker of this Ram mantra, the worshiper should perform the rituals. Brahma is the sage of this mantra, Gayatri is the verse, Sri Ram is the deity, Ra is the seed and Namah is the power. The seeker should perform Ram Mantra rituals while doing meditation. The entire ritual is of six lakh chants. This is the great mantra of the supreme welfare Shri Ram. It has immense glory, it has many benefits. Very useful mantra. The rituals should be done with sincerity in a duly scriptural manner. Practice to concentrate the mind. Jai Shri Ram

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