।। जय रघुनन्दन जय हनुमान ।।
पुनि मन बचन कर्म रघुनायक।
चरन कमल बंदउँ सब लायक।।
राजीवनयन धरें धनु सायक।
भगत बिपति भंजन सुखदायक।।
(श्रीरामचरितमानस- १ / १७ / ९ – १०)
अर्थ-
फिर मैं मन, वचन और कर्म से कमलनयन, धनुष-बाणधारी, भक्तों की विपत्ति का नाश करने और उन्हें सुख देने वाले भगवान् श्रीरघुनाथ जी के सर्व समर्थ चरणकमलों की वन्दना करता हूँ।
अस मैं अधम सखा सुनु मोहू पर रघुबीर।
किन्ही कृपा सुमिरि गुन भरे बिलोचन नीर।।
(श्रीरामचरितमानस- ५ / ७)
अर्थ-
हनुमानजी बिभीषणजी से कहते हैं- हे सखा ! सुनिये, मैं ऐसा अधम हूँ; पर श्रीरामचन्द्र जी ने तो मुझ पर भी कृपा ही की है। भगवान के गुणों का स्मरण करके हनुमानजी के दोनों नेत्रों में (प्रेमाश्रु) जल भर आया।
।। जय श्रीराम जय जय हनुमान ।।हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🙏🌹🌹
, Hail Raghunandan Hail Hanuman.
Again mind words deeds Raghunayak. I worship the lotus feet of all.
Dhanu Sayak, keep Rajivanayan. Bhagat Bipati Bhajan is soothing. (Shriramcharitmanas- 1 / 17 / 9 – 10)
Meaning- Then I worship the all-powerful lotus feet of Lord Shri Raghunath ji, who is lotus-eyed, bow-bowler, who destroys the calamities of the devotees and gives happiness to them, with mind, words and deeds.
As main adham sakha sunu mohu par Raghubir. Some kind of grace sumiri Gun filled Bilochan Neer. (Shri Ramcharitmanas- 5 / 7)
Meaning- Hanumanji says to Bibhishanji – Hey friend! Listen, I am so mean; But Shriramchandra ji has blessed me as well. Remembering the qualities of God, both the eyes of Hanumanji (tears of love) were filled with water.
, Jai Shriram Jai Jai Hanuman. Best wishes for Hanuman Jayanti 🙏🙏🌹🌹