कई बार आप सफलता के बेहद करीब होते हैं और अचानक ही सब कुछ आपके हाथ से निकल जाता है। बने बनाए काम बिगड़ जाते हैं। ज्योतिषियों को कुंडली या हाथ दिखाने पर पता चलता है कि फलां ग्रह का दोष है।
कई बार लोगों का कहना होता है, कि उन्हें अपने जन्म की तारीख और समय के बारे में पता ही नहीं है, लिहाजा उन्हें पता ही नहीं होता कि कौन सा ग्रह अशुभ फल दे रहा है। ऐसे में एक मंत्र आपकी जिंदगी को सुखी बना सकता है।
इस एक मंत्र में सभी ग्रहों को आपके अनुकूल बनाने की क्षमता है। यह ऐसा मंत्र है, जो सभी ग्रहों को शांत करता है और अशुभ फलों को कम करके, शुभ फलों को देने वाले ग्रहों को बलवान करता है। प्रस्तुत है इस मंत्र के बारे में-
ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।
अर्थ-
ब्रह्मा, विष्णु और शिव भगवान, सूर्य, चंद्रमा, भूमि सुत यानी मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु सभी ग्रहों की शांति करें।
इसे नौ ग्रहों को शांत करने और अपने अनुकूल बनाने के लिए पढ़ सकते हैं। रोज इस मंत्र का पाठ करने से आपको निश्चित ही शांति मिलेगी।
।। सर्वे भवन्तु सुखिनः ।।