भोले तेरी किरपा बिन अधूरा हु मैं,
तू ही है मदारी जमूरा हु मैं,
तेरी महिमा जानू ये औकात नहीं है,
ऐसी कोई मुझमे बात नहीं है,
अवगुण भरे है बेसुरा हु मैं,
तू ही है मदारी जमूरा हु मैं,
जैसे तू चलाये वैसा चलता रहु मैं भोले तेरे टुकड़ो पे पलता रहु मैं,
भगति के नूर बिन बे नूरा हु मैं,
तू ही है मदारी जमूरा हु मैं,
डोर मेरी बस तेरे हाथ रहे रेहमत की होती बरसात रहे,
नहीं भोला कमल सिंह पूरा हु मैं,
तू ही है मदारी जमूरा हु मैं,
I am incomplete without you,
You are the Madari Jamura, I am
Know your glory, this is not your position,
I have no such thing,
I am dissatisfied, I am full of demerits
You are the Madari Jamura, I am
Keep walking as you drive, I may keep growing on your pieces,
I am Noor bin Bey Noora of Bhagati,
You are the Madari Jamura, I am
Door my bus is your hand, the rain of rehmat keeps on raining,
I am not Bhola Kamal Singh, I am complete.
You are the Madari Jamura, I am