उठाई जा उठाई जा भोले बाबा जी की कावड़ उठाई जा,
लगाई जा लगाई जा लगाई जा सुट्टा भोले जी के नाम का लगाई जा,
हरिद्वार से कावड़ लेकर जो भी पैदल आये,
शिव शंकर की भगति में वो अपना नाम लिखाये,
झुकाई जा झुकाई जा शीश भोले के चरणों में झुके जा,
उठाई जा उठाई जा भोले बाबा जी की कावड़ उठाई जा,
जगह जगह पर लगे हुए है भोले के भंडारे,
जो भी करते कावड़ सेवा भोले को वो प्यारे,
पिलाई जा पिलाई जा लौटे भर भर भांग पिलाई जा,
उठाई जा उठाई जा भोले बाबा जी की कावड़ उठाई जा,
केवल मांगे किरपा शिव की अर्जी कंठ लगाये
महादेव हरिद्वार भूलना जब भी सावन आये,
बजाई जा बजाई जा हथ कावड़िया दी जे भजाई जा,
उठाई जा उठाई जा भोले बाबा जी की कावड़ उठाई जा,
Uthai Ja Uthai Ja Bhole Baba Ji Ki Kawad Uthai Ja,
Lagai Ja Lagai Ja Lagai Ja Sutta Bhole Ji Ke Naam Ka Lagai Ja,
Whoever comes on foot with a Kavad from Haridwar,
Shiv Shankar ki bhagati me wo apna naam likhaye,
Jhukai Ja Jhukai Ja Sheesh Bhole Ke Charnon Mein Jhuke Ja,
Uthai Ja Uthai Ja Bhole Baba Ji Ki Kawad Uthai Ja,
Jaga Jaga Par Lage Hue Hai Bhole Ke Bhandare,
Jo bhi karte kawad seva bhole ko wo pyare,
Pilai Ja Pilai Ja Laute Bhar Bhar Bhang Pilai Ja,
Uthai Ja Uthai Ja Bhole Baba Ji Ki Kawad Uthai Ja,
Only ask for grace and chant the prayers of Shiva
Mahadev Haridwar Bhulna Jab Bhi Sawan Aaye,
Bajai Ja Bajai Ja Hath Kawadiya Di Je Bhajai Ja,
Uthai Ja Uthai Ja Bhole Baba Ji Ki Kawad Uthai Ja,