कंधे पे कावड़ उठा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
दो घुट भंगियाँ चढ़ा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये
नागिन की धुन पे नाच रहे सारे भगवा पहन कर भक्त प्यारे प्यारे,
दी जे पे डुमका लगा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
दो घुट भंगियाँ चढ़ा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये
पूरी सभजी खाये बिना कोई न हटे गा,
कद्दू कटेगा तो सब में बटे गा,
जम कर के भंडारा खा लीजिये,सावन का असली मजा लीजिये,
कंधे पे कावड़ उठा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
मोहित है भक्तो के भोले भंडारी झोली फैला कर के करलो तयारी,
जो चाहिये आज पा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
कंधे पे कावड़ उठा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
Take the Kavad on the shoulder, enjoy the real pleasure of Sawan,
Offer two choking bhangis, enjoy the real pleasure of Sawan
Devotees wearing saffron all dancing to the tune of the serpent, dear dear,
Laga Dumka on DiJ, enjoy the real enjoyment of Sawan.
Offer two choking bhangis, enjoy the real pleasure of Sawan
Without eating the whole vegetable, no one can move away.
If the pumpkin is cut, it will be divided among all.
Eat Bhandara with a lot, enjoy the real enjoyment of Sawan,
Take the Kavad on the shoulder, enjoy the real pleasure of Sawan,
The innocent Bhandari of the devotees are fascinated by spreading their bags and prepare them,
Get what you want today, enjoy the real pleasure of Sawan,
Take the Kavad on the shoulder, enjoy the real pleasure of Sawan,