सावन का महीना आया है द्वारे कावड़ उठा के जाना है,
भक्तो शिव जी के दर्शन को,
सावन का महीना आया है द्वारे कावड़ उठा के जाना है,
सावन में शिव जी खुश रहते सब भक्तो के दुखड़े दूर करते,
मौसम भी सूंदर लगता है भोले नाथ की पूजा होये भगतो,
सुन लो दिल से करना है,
सावन का महीना आया है द्वारे कावड़ उठा के जाना है,
देवो के देवा देव है ये सब के कष्टों को हर लेते है,
चारो तीर्थ और चारो धाम शिव जी के शरण में मिलते है,
ो भक्तो होगा कल्याण सबका,
गंगा के किनारे मंदिर में भक्तो जल भर के लाना है कावड़ियों को,
शुद्ध जल चढ़ाना है,
इनको सच्ची लग्न से पूजे कोई,
मन चाहा वर मिल जाता है,
सब पापो से मुक्ति मिलती है शिव सब पे किरपा करते है,
भक्तो हर हर बम बोलो,
सावन का महीना आया है द्वारे कावड़ उठा के जाना है
The month of Sawan has come, you have to lift Kavad and go.
Devotees to have the darshan of Shiva,
The month of Sawan has come, you have to lift Kavad and go.
Shiva ji would have been happy in Sawan, removing the sorrows of all the devotees,
The weather also looks beautiful, Bhole Nath should be worshiped, Bhagto,
Listen, do it from the heart,
The month of Sawan has come, you have to lift Kavad and go.
God is the God of God, He takes away everyone’s troubles,
The four pilgrimages and the four dhams meet in the shelter of Shiva.
O devotees, everyone’s welfare will be there,
Devotees have to bring water full of water to the temple on the banks of the Ganges,
pure water,
Somebody worship him with true marriage.
Desire is found,
One gets freedom from all sins, Shiva takes a jibe at everyone,
Devotees say har har bomb,
The month of Sawan has come, you have to lift the Kavad.