भावना या भाव बहुत मायने रखता है
आप किसी भी पूजा पद्धति का विष्लेषण करें बिना भाव के किसी भी प्रकार की आध्यात्मिक क्रिया न तो सफल होती है न ही उसका कोई विशेष फल मिलता है बहुत से लोगों का प्रश्न ये भी होता है कि बहुत पूजा पाठ या कर्मकांड करने के बाद भी उनको यथाउचित फल नहीं मिलता यहां मैं कहना चाहूंगा कि आप का नजरिया ही ग़लत है इस स्थिति में तो ये कहा जा सकता है कि आप तो व्यापार कर रहे हैं सर्मपण नहीं जब आप सर्मपित हो जायेंगे केवल देने के लिए उपलब्ध होंगे।
परमात्मा से कुछ मांग रहे हैं इस अर्थ है आप परमात्मा से बहुत दूर है परमात्मा को दिल में बिठा कर देखो परमात्मा आपके अन्तर्मन मे प्रभु प्राण नाथ का प्रेम जागृत कर देगे। प्रेम अमुल्य है। मांगने के लिए नहीं आप अपने इष्ट को भी दे सकेंगे और अन्य सबको भी इष्ट को इसलिए कि आप उनसे कुछ मांग नहीं रहे बस दे रहे हैं अपना निश्छल प्रेम और आपके पास कुछ है ही नहीं देने को जो सबको दे रहा है आप उसको क्या दे सकते हैं आप में छमता ही नहीं है इसके बावजूद भी आप का जीवन नहीं बदल रहा है तो जरूरत है कि आप अपना द्रिष्टीकोण बदले,ये बात आप के जीवन के हर पहलू में बदलाव करेगी, प्रेम सम्बन्धी ,धन सम्बन्धी, नौकरी सम्बन्धी,यानी कि आप को अपने कार्य छमता के अनुसार ही काम करना होगा तब आप जीवन में सफल हो सकते हैं
आज के जीवन में सुखी रहने का विषेष मन्त्र__
जीवन में हर किसी से अपेक्षा न करें
हर चीज हर व्यक्ति को नहीं मिल सकती
तो जितना आप के पास है उसका आनंद ले और आगे के प्रयास करते रहे।
जो पास है वहीं पर्याप्त है।
feeling matters a lot You analyze any method of worship, any kind of spiritual activity without feeling is neither successful nor does it get any special result. Many people have a question that even after doing a lot of worship or ritual You don’t get proper results, here I would like to say that your attitude is wrong, in this situation it can be said that you are doing business, not dedication, when you are dedicated, you will be available only to give.
You are asking something from God, it means that you are far away from God, try to keep God in your heart, God will awaken the love of Prabhu Pran Nath in your heart. Love is priceless. Not for asking, you will be able to give to your favorite as well as to everyone else because you are not demanding anything from them, you are just giving your pure love and you have nothing to give, what should you give to the one who is giving to everyone? It is possible that you do not have the ability, even after this your life is not changing, then it is necessary that you change your attitude, this thing will change every aspect of your life, love related, money related, job related, that is You have to work according to your work capacity only then you can be successful in life. Special mantra to be happy in today’s life don’t expect from everyone in life not everyone can have everything So enjoy what you have and keep trying. What is near is sufficient.