भारत का शासन हिन्दूओ के हाथ में आया है। जंहा हर धर्म को सम्मान दिया जाता है। जिसके शासन काल में धर्म संस्कृति और सीमाएं सुरक्षित होती है। उस समय देश की गौरव गाथा की रचना होती है।
सत्तर वर्ष के बाद देश की गद्दी पर धर्मनिष्ठ शासक बैठा है।आज देश की सिमाए सुरक्षित है। देश की सिमाए तभी सुरक्षित होती जब सन्य बल और धर्म का ढंका बजता है देश का सच्चा प्रधानमंत्री बङी मुश्किल से गद्दी पर बैठा है।
अब तक देश लुटेरों के हाथ लुटता रहा है धर्म की रक्षा धर्मनिष्ठ ही कर सकता है जिसके दिल में देश सेवा कुट कुट कर भरी हो। देश की News सुनती थी तब दिल रोता था देश की गद्दी पर लुटेरे देश को लुटते थे। धर्म और संस्कृति का यह नव निर्माण है आओ उठो चलो नव निर्माण को पुरानी कुरीतियों से ऊपर उठना है। नयी उमंग भरनी है। जय श्री राम अनीता गर्ग