प्रभु संकीर्तन 13

lake sunset rocks

*एक सखी भाव में हवा से बात करते हुए ए हवा तू मेरे साँवरे के पास जाती तो होगी,मेरे प्यारे को दिल का हाल सुनाती तो होगी…
* कभी छू कर तो देखना उनके दिल को,कभी उन्हें मेरी याद आती तो होगी…
जय श्री राधे,जय श्री कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण जय श्री राम राम राम राम राम जय जय श्री राम
ए हवा अब ये दिल तुम्हारे सन्देश से शान्त नहीं होता है। ए हवा एक तो तुम मेरे सांवरे का सन्देशा पुरण नहीं लेकर आती हो।

सांवरे के दिल की तो वही जानता है जो सांवरे के पास रहता है। तुम तो बहती रहती हो अब ये नैन तन मन ये दिल आत्मा प्राण प्राण नाथ के बन जाना चाहते हैं। ए हवा दिल का सन्देशा प्राण नाथ प्यारे के पास ले जाओ। जय श्री राम अनीता गर्ग



Talking to the wind in a friend spirit, O wind, you must have gone to my lover, you must have told my beloved about the condition of your heart… Sometimes touch their heart and see, sometimes they must have remembered me… Jai Shri Radhe, Jai Shri Krishna Radhe Krishna Radhe Krishna Jai ​​Shri Ram Ram Ram Ram Ram Jai Jai Shri Ram Oh wind, now this heart is not calmed by your message. O wind, you do not bring the message of my son-in-law full.

Only the one who stays with the handsome knows the heart of the handsome. You keep on flowing, now these eyes, body, mind, heart, soul, soul, soul want to belong to Nath. O Hawa, take the message of the heart to Pran Nath Pyare. Jai Shri Ram Anita Garg

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