दूर उस, आकाश की, गहराइयों में,,,
इक नदी से, बह रहे हैं, आदि योगी l
शून्य सन्नाटे, टपकते जा रहे हैं,,,
मौन से, सब कह रहे हैं, आदि योगी l
योग के इस, स्पर्श से अब,
योगमय, करना है तन मन,,,
सांस शाश्वत, सनन सननन,
प्राण गुंजन, धनन धननन l
उतरें मुझ में, आदि योगी l
योग धारा, छलक छन्न छन्न l
सांस शाश्वत, सनन सननन l
प्राण गुंजन, धनन धननन l
उतरें मुझ में, आदि योगी ll
पीस दो, अस्तित्व मेरा,
और कर दो, चूरा चूरा l
पूर्ण होने, दो मुझे और,
होने दो अब, पूरा पूरा l
भस्म वाली, रस्म कर दो, आदि योगी l
योग उत्सव, रंग भर दो, आदि योगी l
बज उठे ये, मन सितारी,
झनन, झननन, झनन, झननन l
“सांस शाश्वत, सनन सननन,
प्राण गुंजन, धनन धननन” ll
उतरें मुझ में, आदि योगी l
योग धारा, छलक छन्न छन्न,
सांस शाश्वत, सनन सननन,
प्राण गुंजन, धनन धननन l
उतरें मुझ में, आदि योगी ll
Far away, in the depths of the sky,
Flowing from the same river, Adi Yogi.
Zero silence, dripping,
With silence, everyone is saying, Adi Yogi.
Now with this touch of yoga,
Yogamaya, have to do body mind,,
Breath Eternal, Sanan Sananan,
Prana Gunjan, Dhanan Dhananan
Come down in me, Adi Yogi.
Yoga stream, spilled filtered
The breath is eternal, breathless.
Prana Gunjan, Dhanan Dhananan
Come down in me, Adi Yogi will
Grind, my existence,
And do it, sawdust
to be complete, let me more,
Let it be now, complete
Do the rituals, etc. Yogis.
Yoga festival, fill colors, etc. Yogi.
It rang, my mind, Sitari,
tinkling
“Breath eternal, breathless,
Prana Gunjan, Dhanan Dhanan” ll
Come down in me, Adi Yogi.
Yoga stream, spilled filtered,
Breath Eternal, Sanan Sananan,
Prana Gunjan, Dhanan Dhananan
Come down in me, Adi Yogi will