तेरे जैसा यार यहाँ होती फिर हार कहा,
हारे को भी साथ मिले ऐसा दरबार यहाँ,
मेरी ज़िन्दगी का हर गम अब कर गया किनारा,
चलने लगा अब मेरा तेरे नाम से गुजरा,
बाबा तेरे जैसा नहीं दूजा दातार यहाँ,
हारे को भी साथ मिले ऐसा दरबार यहाँ…
जो भी शरण में आया तूने उसे समबाला,
हर मुख में है कन्हिया तेरा दिया निवाला,
तेरे ही कर्म के पले मेरा परिवार यहाँ,
हारे को भी साथ मिले ऐसा दरबार यहाँ…..
जो भी लगा है गिरने उसको तूने थामा,
हर प्रेमी में कन्हिया दीखता तुझे सुदामा,
सोनी कभी भूले नही तेरा उपकार यहाँ,
हारे को भी साथ मिले ऐसा दरबार यहाँ,
A friend like you would have been here then said defeat,
The loser should also get such a court here,
Every sorrow of my life is gone now,
Started walking, now I have passed by your name,
Baba is not like you here.
Losers should also get such a court here…
Whoever took refuge in you, you supported him,
Kanhiya is your lamp in every mouth,
Because of your karma, my family is here,
Losers should also get such a court here…..
Whatever you felt was falling, you held it,
Kanhiya looks like you Sudama in every lover,
Sony never forgot your gratitude here,
The loser should also get such a court here,