जय हो जय भोला भंडारी बाबा जी की महिमा न्यारी,
सब को देते बुलेट सफारी खुद करते है बेल सवारी,
जग के नाथ है भोले दानी ये तो जाने दुनिया सारी,
भोले नाथ भोले नाथ भोले नाथ शम्भू नाथ,
जो भी दिल में इन्हे वसाता सच्चा सुख जीवन में पाता,
इनके नाम का जो ले सहारा भव से पार वो हो जाता,
इनकी जटा में रहती गंगा ये रहते मस्त मलंगा,
जिनसे काल भी थर थर कांपे ऐसे है तिरलोक धारी,
जय हो जय भोला भंडारी बाबा जी की महिमा न्यारी,
पर्वत पे इनका डेरा इनसे होता नया सवेरा,
जिसने जोड़ा इनसे नाता उसको दुखो ने फिर गेरा,
सब से बड़ा है इनका नाम करते है सब का कल्याण,
पूजा के बनते सब काम ये तो जाने दुनिया सारी,
जय हो जय भोला भंडारी बाबा जी की महिमा न्यारी,
Jai ho jai bhola bhandari baba ji’s glory is beautiful,
Bell rides himself, giving bullet safari to everyone,
The world’s Nath is a naive donor, he knows the whole world,
Bhole Nath Bhole Nath Bhole Nath Shambhu Nath,
Whoever keeps them in the heart finds true happiness in life,
Whoever takes the name of his name would have crossed over from Sahara Bhav,
Ganga residing in their hair;
From whom even Kaal trembles with trembling such is the Tirlok Dhari,
Jai ho jai bhola bhandari baba ji’s glory is beautiful,
Their camp on the mountain would be a new dawn from them,
Whoever connected them with them, the sorrows made him again,
His name is the greatest of all, the welfare of all,
The whole world knows that all the work is done for worship.
Jai ho jai bhola bhandari baba ji’s glory is beautiful,