जिथे साड़ी लगी आ तू लगी रेहन दे,
लोकी कहन्दे मन्दी एह ते मन्दी रेहन दे,
अगर मान जाता मनाने से कोई,
ना करता शिकायत जमाने से कोई,
आखो से मेरी ये सागर ना छलके ,
अगर बाज आता पिलाने से कोई,
ना करता कभी याद कोई किसी को,
अगर भुल जाता भुलाने से कोई,
ये सताये हुये लोग सताये ना जाते,
अगर बाज आता सताने से कोई,
अगर आना उनको तो वो खुद ही आयेंगे,
नही कोई आता बुलाने से कोई,
साडे इक वारि आजाओ रंगीले रसिया,स्वरअलका गोएल
Jithe sari lagi aa tu lagi rehn de,
People say it’s a recession and let’s stay in recession,
If someone agrees to persuade,
Na karta shikayat jamane se koi,
Akho Se Meri Ye Sagar Na Chalke,
Agar baz aata pilane se koi,
Na karta kabhi yad koi kisi ko,
Agar bhul jata bhulane se koi,
Yeh satay huye log satay na jaate,
Agar Baz Aata Satane Se Koi,
Agar aana unko to vo khud hi aayenge,
Nahi koi aata bulane se koi,
Sade Ek War Aajao Rangile Rasiya,SwarAlka Goel