कान्हा मेरे मुझको भी सेवा में लगा ले
मुरली वाले मुझको भी सेवा में लगा ले
चरणों में अपने बिठा ले बिठा ले
कान्हा मेरे मुझको भी सेवा में लगा ले
ये तन मन धन और ये जीवन सब कुछ मोहन तुझको अर्पण
थाम ले मेरी बाह कन्हियाँ शरण में रखले ओ मन मोहन
वनवारी मुझको अपना ले अपना ले
कान्हा मेरे मुझको भी सेवा में लगा ले
राह निहारु पलक बिछाए नाम पुकारू आस लगाये,
मिलन हो आत्मा परमात्मा का बंद कटी दुरी मिट जाए,
आ जाना मुझको बुला ले
कान्हा मेरे मुझको भी सेवा में लगा ले
निधि वन मधुवन और वृंदावन कुञ्ज गली और कानन कानन
बन कर छाया संग संग डोलू
तुझ पल बीते हर पल हर छन,
बांसुरियां अपनी बना ले बना ले
कान्हा मेरे मुझको भी सेवा में लगा ले
Kanha take me in my service too
The murli should also engage me in service.
take your feet at your feet
Kanha take me in my service too
This body, mind, wealth and this life, everything Mohan surrendered to you.
Take hold of my arms, keep your daughters in shelter, O Man Mohan
forestwari take me as your own
Kanha take me in my service too
Keep your eyes on the road, call your name, ask for hope,
May the soul meet the closed distance of God,
come call me
Kanha take me in my service too
Nidhi Van Madhuvan and Vrindavan Kunj Gali and Kanan Kanan
Dolu with shadow by becoming
Every moment you passed every moment,
Make your own flutes
Kanha take me in my service too