( श्री कृष्ण, गोविन्द, हरे मुरारी,
हे नाथ, नारायण, वासुदेवा ll )
कन्हईया की धुन में, बहा जा रहा है l
*कन्हईया की धुन में, बहा जा रहा है ll,
यहाँ श्याम है मन, वहाँ जा रहा है,,,
कन्हईया की धुन में, बहा जा रहा है ll
मगन जब से मोहन में, मन हो गया है l
कहूँ क्या यह कितना, प्रसन्न हो गया है ll
ये दिन रात बस, झूमता फिर रहा है,,,
कन्हईया की धुन में, बहा जा रहा है ll
लगी ऐसी लौ, साँवरे से मिलन की l
रही न ज़रा सी भी, सुध अपने तन की ll
छवि श्याम की, देखता जा रहा है,,,
कन्हईया की धुन में, बहा जा रहा है ll
तनिक साँस गोविन्द, के रंग रंगा के l
यह खड़ताल इन, धड़कनों की वजा के ll
ह्रदय प्रेम में, डूबता जा रहा है,,,
कन्हईया की धुन में, बहा जा रहा है ll
(Shri Krishna, Govinda, Hare Murari,
O Nath, Narayan, Vasudeva ll )
In the tune of Kanhaiya, it is flowing.
* To the tune of Kanhaiya, Ill be flowing,
Here is Shyam, mind is going there,,
In the tune of Kanhaiya, I’ll be flowing
Ever since Mohan’s mind has become engrossed.
Tell me how much it has become happy
This day and night is just swinging,
In the tune of Kanhaiya, I’ll be flowing
Such a flame started to meet the evening.
Not even the slightest, care about your body
Image of Shyam looking at
In the tune of Kanhaiya, I’ll be flowing
A little bit of breath Govind, ke Ranga Ke.
This ruckus will be due to these heartbeats
Heart is drowning in love,
In the tune of Kanhaiya, I’ll be flowing