किस विधि से तोहे राखू साँवरिया
नैन विच राखू तो हिया तरसत है
हिया विच राखू तो नैना तरसे।। तोह…
एकहु भांति न मन ठहरत है,
प्यारे बताओ मिलूँ केहि विधि से
नैना से नैना मिलाओ सांवरे
हिया हिय से, अरू गर गर से
‘सियाअली’ केहि भांति मिलोगे
ताप कटै अंग-अंग पर से
Rakhu Saawariya
Nain wich rakhu toh hiya longs hai
Hiya wich rakhu to naina tarse.. Toh…
The mind does not stop in the same way,
Tell me dear, how should I meet?
Naina to Naina Milao Saaware
Hiya Hi, Aru Gar Gar Se
You will meet like ‘Siyaali’
heat cut from limb