महफिल रूहा दी मेरे सतगुरु लाई है
जेह्डा आ वडया उह्नु मस्ती छाई है
आओ सईयो जी कुट पिके देखो जी
पहले पिके ते फिर जीके देखो जी
जेह्डा पी लेनदा उसने होश गवाई है
जेह्डा……..
लोहा पारस सोहना बन जानदा है
मेरा सतगुरु अपने जेहा बनान्दा है
युती दे नाल सतगुरु कुट पीलाई है
जेह्डा……..
जेह्डा पी लेनदा उसदी दशा अनोखी है
लेकिन सईयो नी एह पौडी ओखी है
जेह्डा पी लेनदा करम कमाई है
जेह्डा……..
सतगुरु मेरे ने जेह्डे भर भर देन्दे ने
दुनिया मतलब दी जो कुछ ना देन्दी है
आशिक प्रेमी ने इक विक लगाई है
जेह्डा……..
स्वरअलका गोएल
The gathering of the soul is for my Satguru
Everyone who has come has had fun
Come on, Saiyo, try the cut
Try drinking first and then living
Whoever drinks has lost consciousness
which is.
Iron mercury becomes gold
My Satguru makes me like Himself
With the alliance, Satguru has drunk the kut
which is.
The condition of the one who drinks is unique
But Saiyo Ni Eh Paudi Okhi Hai
Whoever drinks has earned karma
which is.
Satguru mere ne jehde bhar bhar dende ne
The world gives nothing of meaning
The lover has put on a wick
which is.
VoiceAlka Goel