मेरा मन तो दिवाना हो गया वृंदावन की गलियों में,
वृंदावन की गलियों में मेरे बांके बिहारी के चरणों में ,
मेरा मन तो दिवाना हो गया वृंदावन की गलियों में
सावन की रिम झिम मस्त फुहारे,
तन मन झूमे गोवर्धन आके,
प्यारे से मिल कर खो गया,वृंदावन की गलियों में
मेरा मन तो दिवाना हो गया वृंदावन की गलियों में
ब्रिज मंडल ब्रिज राज का प्यारा,
राधे श्याम का ये दर न्यारा,
श्यामा श्याम का दर्शन हो गया,वृंदावन की गलियों में
मेरा मन तो दिवाना हो गया वृंदावन की गलियों में
बरसाने की राधा प्यारी नन्द गाव की कृष्ण मुरारी,
दोनों का मिलना हो गया,वृंदावन की गलियों में
मेरा मन तो दिवाना हो गया वृंदावन की गलियों में
कन कं में प्रभु श्याम समाये,
श्याम सुंदर तेरी शरण में आये,
यमुना का किनारा मिल गया,वृंदावन की गलियों में
मेरा मन तो दिवाना हो गया वृंदावन की गलियों में
My mind went crazy in the streets of Vrindavan,
In the streets of Vrindavan at the feet of my Banke Bihari,
My mind went crazy in the streets of Vrindavan
Sawan’s rim Jhim cool showers,
Govardhan came with a sigh of relief.
Lost in the streets of Vrindavan
My mind went crazy in the streets of Vrindavan
Brij Mandal Brij Raj’s beloved,
This rate of Radhe Shyam is different,
Shyama Shyam was seen, in the streets of Vrindavan
My mind went crazy in the streets of Vrindavan
Radha of Barsane, Krishna Murari of Pyaari Nand village,
The two met, in the streets of Vrindavan
My mind went crazy in the streets of Vrindavan
Lord Shyam was present in Kan Kan.
Shyam Sundar came to your shelter,
Found the edge of Yamuna, in the streets of Vrindavan
My mind went crazy in the streets of Vrindavan