पवन उड़ा के ले गयी रे
मेरी मां की चुनरिया,
भगतो के मन को भहा गयी रे,
मेरी मैय्या की चुनरिया,
उड़ उड़ चुनरी अयोध्या में पहुंची,
सीता जी के मन को भा गयी रे,
मेरी मां की चुनरिया,
पवन उड़ाके ले गयी रे,
मेरी मां की चुनरिया
उड़ उड़ चुनरी मथुरा में पहुंची,
राधा जी के मन को भा गयी रे,
मेरी मां की चुनरिया,
पवन उड़ा के ले गयी रे,
मेरी मां की चुनरिया,
उड़ उड़ चुनरी बद्रीनाथ में पहुंची,
लक्ष्मी जी के मन को भहा गयी रे,
मेरी मां की चुनरिया,
पवन उड़ा के ले गयी रे,
मेरी मां की चुनरिया,
उड़ उड़ चुनरी कैलाश में पहुंची,
गौरा जी के मन को भा गयी रे,
मेरी मां की चुनरिया,
पवन उड़ा के ले गयी रे
मेरी मां की चुनरिया,
The wind took away my mother’s chunaria,
My mother’s chunaria was blown away by the hearts of the devotees.
Ud Ud Chunari reached Ayodhya,
Sita ji’s heart was filled with my mother’s chunaria,
The wind blows………
Ud Ud Chunari reached Mathura,
Radha ji’s heart was filled with my mother’s chunaria,
The wind blows………
Ud Ud Chunari reached Badrinath,
Lashmi ji’s heart was filled with my mother’s chunaria,
The wind blows……
Ud Ud Chunari reached Kailash,
Gaura ji’s heart was filled with my mother’s chunaria,
The wind blows……