ऐसी बंसी बजाई नन्द लाल ने,
मेरे तन मन में बस गए श्याम राधा नाचे झूम के ,
तू तो काले से मेरे सँवारे,
मैं तो जीवन करू तेरे नाम पे,
तने कृष्ण कहु या श्याम,
राधा नाचे झुमके….
तू तो गोकुल गांव का वासी से,
राधा भी बन गई दासी से,
करू बार बार परनाम,
राधा नाचे झूम के
राधा का मन तने मोह लिया ,
मेरे कान्हा तू मेरा हो लिया,
मैं दर्शन करू सुबह शाम,
राधा नाचे झूम के…
पासी केसरी महिमा गाये जाये,
भक्ति के द्वीप जलाये जा,
सुरिंदर फौजी जपता नाम,
राधा नाचे झूम के….
Nand Lal played such a flute,
Shyam Radha danced in my mind, Jhoom Ke,
You adorn me with black,
I will do life on your name,
Tane Krishna Kahu or Shyam,
Radha dances earrings….
You are from Gokul village,
Radha also became a maidservant,
I will reward again and again,
radha dance jhoom ke
Radha’s mind was fascinated,
Mere Kanha you have become mine,
I will see in the morning and evening,
Radha dances in jhoom ke…
Pasi Kesari glory be sung,
Let the islands of devotion be lit,
Surinder Fauji Japata Name,
Radha dances in jhoom ke….