सजा है प्यारा दरबार बाबा का,
लगे है न्यारा दरबार बाबा का,
भक्तों ने मिलकर के कीया है शिंगार बाबा का,
भक्तों ने मिलकर के बाबा को है आज बुलाया,
गेंदा चम्पा और चमेली फूलों से है सजाया,
रंग बिरंगे फूलों का है हार बाबा का,
सजा है प्यारा……
मुख मंडल की आभा ऐसी सूरज फ़ीका लागे,
करके दर्शन बाबा का मर्री सोई किस्मत जागे,
आओ मिलकर के करलो सब,दीदार बाबा का,
सजा है प्यारा……..
बनड़े जैसा सजा हुआ है अहिलवती का लाला,
देख देख कर मन वारी हाँ ऐसा रूप निराला,
नरसी के संग गा लो मंगलाचार बाबा का,
सजा है प्यारा…….
The punishment is the beloved court of Baba,
Baba’s court is engaged,
Devotees have done Shingar Baba together
Devotees have called Baba together today,
Marigold is decorated with champa and jasmine flowers,
Baba’s necklace is of colorful flowers,
Punishment is cute……
The aura of the face is such that the sun will fade,
By doing Darshan Baba’s death slept luck,
Let’s do it all together, Didar Baba’s,
Punishment is lovely………
Ahilvati’s Lala is decorated like a bunde,
Seeing and seeing my mind, yes such a form is unique,
Sing along with Narsi invocation of Baba,
Punishment is lovely…….