तारा है सारा ज़माना श्याम हम को भी तारो।
हम को भी तारो श्याम हम को भी तारो॥
हम ने सुना है श्याम मीरा को तारा,
वीणा का कर के बहाना, श्याम हम भी तारो।
हमने सुना है श्याम द्रोपदी को तारा,
साडी का कर के बहाना, श्याम हम को भी तारो।
हमने सुना है श्याम कुब्जा को तारा,
चन्दन का कर के बहाना, श्याम हम को भी तारो।
हमने सुना है श्याम गणिका को तारा,
तोते का कर के बहाना, श्याम हम को भी तारो।
हमने सुना है श्याम अर्जुन को तारा,
गीता का कर के बहाना, श्याम हम को भी तारो।
हमने सुना है श्याम प्रहलाद को तारा,
खम्बे का कर के बहाना, श्याम हम को भी तारो।
हमने सुना है श्याम केवट को तारा,
नौका का कर के बहाना, श्याम हम को भी तारो।
Tara is the whole world, Shyam ko staro.
Taro us too Shyam, stare at us too.
We have heard Shyam Meera ko Tara,
By pretending to do Veena, Shyam Hum Bhi Taro.
We have heard Shyam Draupadi is a star,
By pretending to do the saree, Shyam hum ko taro.
We have heard Shyam Kubja’s star,
By pretending to do sandalwood tax, Shyam should stare at us too.
We have heard Shyam Ganika Ko Tara,
By pretending to be a parrot, Shyam should also stare at us.
We have heard Shyam Arjun as Tara,
As an excuse for the tax of the Gita, Shyam, stare at us too.
We have heard Shyam Prahlad is a star,
By pretending to do the tax of the pillar, Shyam hum ko taro.
We have heard Shyam Kewat’s star,
On the pretext of doing boat tax, Shyam hum ko taro.