तेरे सर पर गंगा की धारा माथे पे चाँद चकोरा
गूंजे है नाद शम्भू नाथ रे
जय जय भोले नाथ शम्भू महादेव शिव शम्भू
जय जय भोले नाथ शम्भू महादेव शिव शम्भू
मन में बसा रूप तेरा कितना सुन्दर है कितना सुन्दर है
आदि ना अंत है सबके अंदर है पी कर के विष का प्याला
दुनिया को अमृत दे डाला
तेरे सर पर गंगा की धरा माथे पे चाँद चकोरा
गूंजे है नाद शम्भू नाथ रे
जय जय भोले नाथ शम्भू महादेव शिव शम्भू
जय जय भोले नाथ शम्भू महादेव शिव शम्भू
द्वार दया के खोलो हमको तेरा सहरा है
तेरा सहरा है भाव सागर हो पार
दिल ने तुम्हे पुकारा है करो कृपा त्रिशूल धारी
तुम भक्तो के रखवारी
तुमको पूजे दुनिया सारी भोले नाथ जी
Ganga stream on your head, moon square on your forehead
Sounds like Naad Shambhu Nath Re
Jai Jai Bhole Nath Shambhu Mahadev Shiv Shambhu
Jai Jai Bhole Nath Shambhu Mahadev Shiv Shambhu
How beautiful is your form in your mind
There is no beginning or end, everyone has a cup of poison after drinking it
gave nectar to the world
The water of the Ganges on your head, the moon square on your forehead
Sounds like Naad Shambhu Nath Re
Jai Jai Bhole Nath Shambhu Mahadev Shiv Shambhu
Jai Jai Bhole Nath Shambhu Mahadev Shiv Shambhu
Open the door to mercy, we have your support
Your support is the feeling, the ocean is across
Heart has called you, please have a trident
You are the caretaker of the devotees
Worship you the whole world Bhole Nath ji