तर्ज – अजी रुठ कर अब ….
सुण करकै बी अणसुणी, मत कर दया निधान
दर्शन मुझको दीजिये, दीन बन्धु भगवान
तेरी बांसुरी ने गजब ढा दिया है
मुझे इस निगौड़ी ने भरमा दिया है
अधर चुमती है ये तुम्हारे कन्हैया
नचाती है तुमको ओ जग के नचैइया
मुझे प्यार की मोड़ पर ला दिया है
तू मस्तान है तेरी मस्ती रंगीली
तेरी याद में मैंने, आंखों से पीली
तेरी इस अदा ने तो तरसा दिया है
तेरा श्याम बहादुर, कभी से दिवाना
है शिव का कन्हैया के, दर पे ठिकाना
नजारा सितम का तूँ दरसा दिया है
Cont. 7980-67-2853
Lyrics – Swargiya Shiv charan ji Bhimrajka
Lines – I get angry now….
Listen, be ansuni, don’t do mercy
Give me darshan, dear brother, God
Your flute has blown wonderfully
This nigga has deceived me
Your kanhaiya kisses the lips
Makes you dance, O world’s dancer
has brought me to the point of love
Tu Mastan Hai Teri Masti Rangili
In your memory I have yellow eyes
This gesture of yours has longed
Tera Shyam Bahadur, ever crazy
Shiva’s Kanhaiya’s whereabouts
You have seen the sight of Sitam
Cont. 7980-67-2853
Lyrics – Swargiya Shiv charan ji Bhimrajka