तुम अगर सांवरे मुझपे दया जो करो,
तेरे चरणों में जीवन गुजारा करू
अगर बना दो बिगड़ी मेरी प्रभु,
मैं सदा तेरे द्वारे पे आया करू,
तुम अगर सांवरे मुझपे दया जो करो,
श्याम दिल में वसाई है सूरत तेरी,
मेरा तेरे सिवा न सहारा कोई,
तेरे दर्शन की प्यासी अखियां मेरी,
इस छवि को सदा मैं निहारा करू,
तुम अगर सांवरे मुझपे दया जो करो,
श्याम तेरे भरोसे है नैया मेरी पार नैया को आके लगाना प्रभु,
है तमना यही खाटूवाले प्रभु सारी दुनिया में महिमा सुनाया करू,
तुम अगर सांवरे मुझपे दया जो करो,
खाली कोई ना जाता है दरबार से तेरे भक्तो को सदा ये विश्वाश है,
सरूती शर्मा कहे सिर पे हाथ मेरा मैं सदा तेरी सेवा बजाया करू,
तुम अगर सांवरे मुझपे दया जो करो,
If you show mercy to me,
live life at your feet
If you make me spoiled my lord,
I will always come by you,
If you show mercy to me,
Shyam is the Vasai in the heart, Surat is yours,
I have no support except you,
My thirsty eyes for your darshan,
I will always look at this image,
If you show mercy to me,
Shyam is trusting you Lord,
It is my desire that the Lord of this khatu, should bring glory to the whole world,
If you show mercy to me,
No one goes empty-handed, your devotees always have this faith,
Saruti Sharma says that my hand on my head, I will always play your service,
If you show mercy to me,