तुम्हारे दर पे आना चाहती हूँ
अगर हरी तू जरा सी आस देदे,
तुम्हे अपना बनाना चाहती हु,
मैं आई छोड़ कर सारा जमाना,
मुझे चरणों में देदो अब ठिकाना,
यही जीवन बिताना चाहती हु
अगर हरी तू जरा सी आस देदे,
तुम्हे अपना बनाना चाहती हु,
मैं हु प्राणी तू पालनहार दाता,
मैं हु पापी तू बक्शण हार दाता,
ये सिर अपना जुकना चाहती हु
अगर हरी तू जरा सी आस देदे,
तुम्हे अपना बनाना चाहती हु,
तुम्हारे दवार पर है जो भी है आया,
मिटाये पाप सीने से लगाया,
मिटाये पाप हिरदये से लगाया ,
चरण रज मैं भी पाना चाहती हु,
अगर हरी तू जरा सी आस देदे,
तुम्हे अपना बनाना चाहती हु,
want to come to you
If you give me a little hope,
I want to make you my own
I left the whole world,
Give me at the feet the place now,
I want to live this life
If you give me a little hope,
I want to make you my own
I am the creature, you are the giver of the sustenance,
I am a sinner, you are the giver of salvation,
I want to hang my head
If you give me a little hope,
I want to make you my own
Whatever is at your door has come,
Erase the sin imposed on the chest,
Erase the sins that were imposed with the heart,
I also want to get Charan Raj,
If you give me a little hope,
I want to make you my own