जिस दिन से निहारी मैंने सांवरियां उस दिन से दीवानी मैं तो हो गई रे,
कुंजन से सुनी जब बांसुरियां,
उसी दिन से दीवानी मैं तो हो गई रे,
हस्ता है जमाना तो हस्ता रहे,
कोई कहता है जो भी वो कहता रहे नाचू गलियों में होके वन्वारियां,
उस दिन से दीवानी मैं तो हो गई रे,
श्याम मेरे हुए मैं हुई श्याम की अब ये दुनिया नही मेरे किस काम की,
रंगी श्याम के रंग में चुनरियाँ खुद से भी बेगानी मैं तो हो गई रे,
उस दिन से दीवानी मैं तो हो गई रे,
माना राधा के जैसी मेरी हस्ती नही मीरा बाई के जैसी मेरी भक्ति नही,
लेले फिर भी खबरियां श्यामा के पिया सोच के ये दीवानी तेरी हो गई रे,
उस दिन से दीवानी मैं तो हो गई रे,
मैं तो देखू याहा और देखू जिधर,
श्याम ही श्याम बस मुझको आये नजर,
अपनालो अब तो नटवर नागारियां,
इक पगली दीवानी तेरी हो गई रे
उस दिन से दीवानी मैं तो हो गई रे,
From the day I became nihari, I became crazy from that day,
When the flutes were heard from the kunjan,
From that day I have become addicted to you,
Hasta is the time to be laughing,
Somebody says that whatever they keep saying, they are vanwaris in the streets of Nachu,
From that day I have become crazy,
Shyam became me.
In the color of the color of Shyam, the chunaris themselves are begani me to ho gayi re,
From that day I have become crazy,
I don’t have a personality like Radha, I don’t have devotion like Meera Bai.
Lele Phir Bhi Khabariyaan Shyama Ke Piya Soch Ke Yeh Deewani Teri Ho Gayi Re,
From that day I have become crazy,
I will look here and see where,
Shyam only Shyam just came to see me,
Adopt now natwar citizens,
Ik Pagli Deewani Teri Ho Gayi Re
From that day I have become crazy,