Hare Rama Hare Krishna
” प्रेम ही तो एकमात्र वस्तु है इस जगत में जिसमें ईश्वर की थोड़ी झलक है।
” प्रेम ही तो एकमात्र ऊर्जा है यहां जो आदमी की बनाई हुई नहीं है। जो अकृत्रिम है, स्वाभाविक है। जो तुम्हारे प्राणों के प्राण में बसी है, जो तुम्हारी आत्मा का भोजन है।
” प्रेम करो और इतनी गहराई से प्रेम करो कि तुम अपने प्रेमी में, अपने प्रेमपात्र में ईश्वर को पा सको।
” मित्र बनो और तुम इतने मित्रवत बनो कि तुम ईश्वर को उस में पा सको।
” जहां कहीं भी तुम पूर्णता से जिओगे , ईश्वर भी वहीं होगा। तुम्हारा पूर्णता में होना ईश्वर का द्वार है। प्रेम स्वयं से करो प्रसन्न रहोगे। ईश्वर से प्रेम करो बस।
Hare Rama Hare Krishna
“Love is the only thing in this world that has a little glimpse of God.
“Love is the only energy here which is not man-made. Which is unartificial, which is natural. Which resides in the life of your being, which is the food of your soul.
“Love and love so deeply that you can find God in your lover, in your beloved.
“Be a friend and be so friendly that you can find God in him.
“Wherever you live fully, God will also be there. Your being in fullness is the door to God. Love yourself and you will be happy. Just love God.”