जीवन में खुश रहने का एक सीधा सा मंत्र है और वो ये कि आपकी उम्मीद स्वयं से होनी चाहिए किसी और से नहीं। परीक्षा फल से वही बच्चा घबराता है जो स्वयं से नहीं अपितु निरीक्षक से उम्मीद लगाए रहता है ।
There is a simple mantra to be happy in life and that is that your expectation should be from yourself and not from anyone else. The result of the examination is frightened by the same child who keeps expecting not from himself but from the invigilator.