प्रेममें इतनी उन्मत्त हो गयी हूँ कि अपने तन मनकी सुधि मुझे नहीं रह गयी है, मैं उसे ढूँढ़नेके लिये बाजारमें निकल आयी हूँ, पर यह कितने आश्चर्यकी बात है कि आप प्रभुप्रेमी कहलाकर भी मेरे खुलेएक बारकी बात है। एक सुन्दर युवती घूँघट • बिना ही लज्जाशून्यकी तरह संत हुसेनसे अपने पतिकी प्रेमशून्यता और निर्ममताकी निन्दा करने लगी। संतनेकहा—’पहले अपने कपड़े सँभाल लो, मुँह तो ढक लो, फिर जो कहना हो कहो।’ युवतीने असंतुष्ट होकर कहा- ‘अरे; मैं तो भगवन्निर्मित एक नश्वर प्राणीकेमुँहकी सुधि रख सके।’ संत हुसेन इस उत्तरसे चकित हो गये। भगवान्की दी हुई शिक्षा समझकर वे अत्यधिक तन्मयतासे उनके भजनमें लग गये। – शि0 दु0
I have become so mad in love that I am not able to remember my body and mind, I have gone out to the market to find him, but it is so surprising that even after being called a lover of God, it is open to me once. A beautiful veiled girl • shamelessly started condemning the lovelessness and ruthlessness of her husband to Saint Hussain. The saint said – ‘First take care of your clothes, cover your face, then say whatever you want to say.’ Dissatisfied, the girl said- ‘Hey; I can remember the mouth of a mortal creature created by God.’ Saint Hussain was surprised by this answer. Understanding the teachings given by God, he got very busy in his hymns. – Shi0 Du0