हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार बसंत पंचमी १४ फरवरी, बुधवार को मनाई जाएगी। ये पर्व शिक्षा की देवी मां सरस्वती को समर्पित है।
इस दिन माता सरस्वती की विधिवत पूजा करने से व्यक्ति की बुद्धि तीव्र होती है। ज्योतिषियों की मानें तो इस बार बसंत पंचमी बहुत ही खास रहने वाली है। इस साल बसंत पंचमी पर एक नहीं तीन शुभ बनने जा रहे हैं।
बसंत पंचमी पर शुभ योग-
रवि योग-
इस साल बसंत पंचमी की शुरुआत रवि योग से होने जा रही है। इस दिन रवि योग सुबह १० बजकर ४३ मिनट से लेकर १५ फरवरी को सुबह ७ बजे तक रहेगा।
रेवती नक्षत्र-
साथ ही इस बार बसंत पंचमी रेवती नक्षत्र में मनाई जाएगी जो कि बहुत खास माना जा रहा है। रेवती नक्षत्र १३ फरवरी को दोपहर १२ बजकर ३५ मिनट से शुरू होगा और समापन १४ फरवरी को सुबह १० बजकर ४३ मिनट पर होगा।
अश्विनी नक्षत्र-
इस दिन अश्विनी नक्षत्र सुबह १० बजकर ४३ मिनट से शुरू होगा और समापन १५ फरवरी को सुबह ०९ बजकर २६ मिनट पर होगा।
माँ सरस्वती सबका मङ्गल करें।
According to the Hindu calendar, the festival of Basant Panchami is celebrated on the fifth day of Shukla Paksha of Magh month. This time Basant Panchami will be celebrated on Wednesday, 14th February. This festival is dedicated to Mother Saraswati, the goddess of education.
By worshiping Goddess Saraswati properly on this day, a person’s intelligence becomes sharp. According to astrologers, this time Basant Panchami is going to be very special. This year, not one but three are going to be auspicious on Basant Panchami.
Auspicious yoga on Basant Panchami-
Ravi Yoga- This year Basant Panchami is going to start with Ravi Yoga. On this day, Ravi Yoga will last from 10:43 am till 7 am on 15th February.
Revati Nakshatra- Also, this time Basant Panchami will be celebrated in Revati Nakshatra which is considered very special. Revati Nakshatra will start at 12:35 pm on 13th February and end at 10:43 am on 14th February.
Ashwini Nakshatra- On this day, Ashwini Nakshatra will start at 10:43 am and will end at 09:26 am on 15th February.
May Mother Saraswati bless everyone.