परमात्मा को दिल में बिठा ले। हे प्रभु, हे स्वामी, हे भगवान् नाथ आज ये दिल तुमसे मिलने के लिए आतुर हैं। हे परमात्मा जी तुम मेरे दिल में समा जाओ ।मै तुम्हे हर क्षण निहारता रहु। यह प्रार्थना हम उठते बैठते सोते हुए जब मन में आए तब करते रहे। हे परमात्मा जी तुम कण-कण में समाये हुए हो। प्रकृति की हर चीज में तुम निवास करते हो वैसे ही तुम मुझमे भी समाये हुए हो। हे मेरे मालिक, हे स्वामी मै तुम्हे देखना चाहता हूं। हे परमात्मा जी तुम मे सब धर्म ग्रंथ वेद और शास्त्र समाये हुए हैं। तुम मेरे प्राण प्रिय स्वामी हो मुझे दिखाई क्यों नहीं देते हो। हे सर्वज्ञ तुम क्षमाशील हो। मुझ दासी पर कृपा की नज़र करो। प्रभु जी मोरे अवगुण चित ना धरो। हे परमात्मा जी मुझ में बहुत समझ नहीं है। मै बस तुम्हें जानना चाहती हूँ। बस इस जन्म में अभी तुम्हारी बन जाऊं। तुम हो सामने मेरे। हे जय श्री राम जय श्री राधे कृष्ण
अनीता गर्ग
Take God in your heart. Oh lord, oh lord, oh lord nath these hearts are eager to meet you today. Oh God, you get absorbed in my heart. I keep looking at you every moment. We kept on doing this prayer while getting up and sleeping whenever it came to our mind. O God, you are absorbed in every particle. You reside in everything in nature, in the same way you are absorbed in me. Oh my lord, oh lord I want to see you. O God, all the religious texts, Vedas and scriptures are contained in you. You are my dear lord, why can’t I see it. O omniscient you are forgiving. Look gracefully on my maidservant. Prabhu ji, do not hold more demerits. Oh God, I do not have much understanding. I just want to know you Just become yours in this birth. You are in front of me. Hey Jai Shri Ram Jai Shri Radhe Krishna Anita Garg