हम भगवान को दुखो को मिटाने के लिए न ध्या कर भगवान के दर्शन के लिए भगवान से एकाकार होने के लिए भगवान का सिमरण चिन्तन और वन्दन करे। हे प्रभु हे स्वामी हे प्राण नाथ चाहे कितनी ही आधीं आए मेरा दिल तेरे दर्शन की ही पुकार करें। दिल मे तङफ की लहर उठे मै भुलु अपने आप को खुली और बन्द आंखों में बस तुम ही तुम हो ।
भक्त के दिल में एक ही भाव होता है। कैसे भगवान से मिलन हो कैसे भगवान को सच्चे दिल से ध्यान लगाऊ। कैसे चेतना जागृत हो। भक्त कभी नाम जप करता कथा कीर्तन करता है फिर भी पार नहीं पाता है। भगवान ने दिल को ऐसा बनाया है कि एक बार दिल में भाव बन जाते हैं कि मै भगवान से परमात्मा श्री हरि का बनना चाहता हूँ भक्त के दिल में रात दिन हर भगवान से मिलन की तङफ बढ जाती है। भक्त राम राम राम भजता है वह सोचता है भगवान राम एक दिन मुझे दर्शन देंगे। दिन रात भगवान को भजता है भगवान से कब कैसे मिलन हो। बार बार ऐसे लगता है भगवान आ रहे हैं। दिल रोता है भगवान से कब मिलन होगा भक्त दिन भर सोचता है अहो अब मेरे भगवान आ रहे हैं। भगवान के लिए भोजन तैयार करता है मेरे भगवान आऐंगे, भोजन बनाते हुए जरा सी आहट पर ऐसे लगता है भगवान आ रहे हैं। न सोकर चैन मिलता है रात को आंख खुलती हैं तब कहता है देख ये सबसे अच्छा समय है मै भगवान को भज लु ।भगवान को भजते भजते सुबह हो जाती है आंखों में नये सपने सज जाते हैं मेरे भगवान आएंगे। भगवान को दिल ही दिल में भजता है ।भगवान भक्त के अह्सास में आ जाते हैं। भक्त एक क्षण भी भगवान के बैगर नहीं रहता है। तब भगवान मार्ग बना देते हैं।
जय श्री राम
अनीता गर्ग
We should not meditate on God for eradicating sorrows, we should contemplate and worship God in order to become one with God for the vision of God. O Lord, O Lord, O Pran Nath, no matter how far my heart may come, let my heart cry only for your darshan. There was a wave of tension in my heart, I forgot myself in open and closed eyes, only you are you.
There is only one feeling in the heart of a devotee. How to meet God, how to meditate on God with true heart. How to awaken consciousness? The devotee sometimes chants the name, recites the story, yet is not able to cross. God has made the heart in such a way that once a feeling is formed in the heart that I want to become God to God Shri Hari, the devotee’s heart increases day and night towards meeting with every God. The devotee worships Ram Ram Ram, he thinks that Lord Ram will one day see me. Worships God day and night, when and how to meet God. Sometimes it seems like God is coming. The heart cries, when will the meeting with God, the devotee thinks throughout the day, oh, now my God is coming. Prepares food for God, my God will come, while preparing food, at the slightest sound, it seems that God is coming. There is no peace by sleeping, the eyes open at night, then it says that this is the best time for me to worship God. Worshiping God is done in the morning, new dreams are decorated in my eyes, my God will come. God is worshiped in the heart only in the heart. God comes in the realization of the devotee. The devotee does not remain without God even for a single moment. Then God makes the way.
Long live Rama Anita Garg