श्री राधा
जहा पर किशोरी कुण्ड है
उमराओ का अर्थ है किसी राज्य का अधिपति
एक बार श्याम सुंदर जी छत्र बन (छाता) अपने ग्वाल बालो के साथ मिल कर अधिपत्य कर लिया था
ललिता जी अति क्रोधित हुई वृज मंडल में एक ही हमारी स्वामिनी जी अधिपत्य है ये दूसरा राजा अधिपत्य करने कोन आ गया
श्री ललिता जी कहा ऐसा कोंन है जिसने हमारी स्वामिनी श्री राधिका जी राज्य पर अधिकार कर लिया हम सखिया इसका प्रतिकार करेगी
श्री ललिता जी ऐसा कहकर श्री राधा जी सुंदर सिंघासन पर बिठाके उमराओ की घोषणा कर दी उमराओ का अर्थ है किसी राज्य का अधिपति
श्री चित्र जी छत्र लगाया विशाखा जी चामर डुलाया ललिता जी पान बीड़ा खिलाया राधा जी और ललिता जी मंत्रि बन गयी ओर सखियो प्रजा बन गयी
सिंघासन पर बैठते ही श्री राधा रानी जी सखियो को आदेश दिया जाओ जो मेरे राज्य पर अधिकार करना चाहता उसे पकड़ कर बंदी बनाकर मेरे पास ले आओ
उमराओ का आदेश पाते ही हज़ारो सखियो ने पुष्प की छड़ी लेकर श्याम सुंदर के ग्वाल सखाओ पर आक्रमण कर दिया सखियो को देख कल मधुमंगल सुबल अर्जुन सभी सखा डर के मारे इधर उधर भागने लगे
एक चतुर सखी ने मधुमंगल को पकड़ लिया और पुष्पो की मालाओ में बान्ध लिया और कुछ सखियो ने तो पुष्पो के दो चार गुलचे जड़ दिए दिए मधुमंगल को और बोली तुम्हारा इतना साहस की हमारी उमराओ के राज्य पर अधिकार करोगे
सखिया बोली अभी तुम्हे दंड देती है मधुमंगल पराजित सेना पति की भाती झुक कर खड़ा हो गया और बोला मुझे ऐसा दंड देना की मेरा पेट भर जाये
ऐसा सुनकर श्री राधिका बोली ये तो पेटू ब्राह्मण है इसे लड्डू खिला कर मुक्त करदो
मधुमंगल अपनी बंदी की बात छत्र पति श्यामसुन्दर को बताई श्याम सुंदर जी सखियो पर पुष्प युद्ध की घोषणा कर दी
पुष्प युद्ध में श्याम सुंदर की हार हुई श्याम सुंदर ग्वाल बाल सभी पराजित हो गये
पराजित श्यामसुन्दर से सखिया बोली आपको हमारी स्वामिनी जी अधिपत्य स्वीकार करना होगा
श्याम सुंदर जी श्री राधा जी अधिपत्य सहज स्वीकार किया बोलो में तो इन्ही के चरणों का सेवक हु
चरण सेवक
दोनों में संधि हुई मधुमंगल बोलो श्री राधा जी कृष्ण रूपी राज्य पर अब आपका अधिकार है आप उनकी स्वामिनी हो
ये आपकी उमराओ है (कृष्ण रूपी राज्य पर अधिपत्य करने बाली ) हो
सबने मिल कर प्रिया प्रियतम की आरती की लीला का आनंद लिया उमराओ लीला की जय हो
लीला सुनने बालो की जय जय हो
बेचारा मधुमंगल पेटू ब्राह्मण बन कर बच जाता है हमेशा
राधे राधे।श्री कृष्ण पर आधिपत्य करनेवाली की जय हो।उमराव महारानी की जय हो
हमारी स्वामिनी की जय हो
श्री राधा जू
Shri Radha
where is the kishori kund
Umrao means the ruler of a state
Once Shyam Sundar ji had become an umbrella (umbrella) together with his cowherd children.
Lalita ji became very angry in Vraj Mandal, only our mistress is the ruler, who has come to rule this second king?
Shri Lalita ji said, who is such a person who has taken possession of the state of our mistress Shri Radhika ji, we friends will counter it.
Shri Lalita ji saying this, Shri Radha ji sitting on the beautiful throne and declared Umrao Umrao means the ruler of a state.
Shri Chitra ji put on umbrella, Visakha ji made Chamar, Lalita ji fed paan, Radha ji and Lalita ji became a minister and friends became subjects.
As soon as you sit on the throne, order Shri Radha Rani ji’s friends, who wants to take possession of my kingdom, hold him captive and bring him to me.
On receiving the orders of Umrao, thousands of friends attacked Shyam Sundar’s Gwal Sakhao with a stick of flowers, seeing the friends, yesterday Madhumangal Subal Arjun all the friends started running here and there in fear.
A clever friend caught Madhu Mangal and tied it in garlands of flowers and some friends gave two or four bouquets of flowers to Madhu Mangal and said that you have such courage that you will take control of the kingdom of our Umrao.
Sakhiya said, Madhumangal is now punishing you like the defeated army husband, bowed down and said, punish me in such a way that my stomach is full.
Hearing this, Radhika said, she is a gluttonous Brahmin, free her by feeding her laddoos.
Madhumangal told about his captive to Chhatra husband Shyamsundar Shyam Sundar ji declared a flower war on the friends.
Shyam Sundar was defeated in the flower war Shyam Sundar Gwal Bal was all defeated.
Sakhiya said to the defeated Shyamsundar, you have to accept our lordship.
Shyam Sundar ji Shri Radha ji readily accepted the supremacy, say I am a servant of his feet.
step servant
There was a treaty between both of them, say honey, now you have the right over the kingdom of Shri Radha ji, you are their mistress.
This is your Umrao (to rule over the kingdom of Krishna).
Everyone enjoyed the leela of Priya Priyatam’s aarti together, Umrao Leela ki jai ho
Listen to Leela ki jai jai ho
Poor Madhumangal survives by becoming a voracious brahmin
Radhe Radhe. Hail to the one who controls Shri Krishna. Hail to the queen Umrao
Glory to our mistress
Shri Radha Ju