भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत पुण्य कमाने के द्वार खोल देता है, इसमें महादेव के सभी भक्तों की असीम आस्था निहित है। प्रदोष व्रत प्रत्येक महीने में दो बार आता है, यानी कि शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में। हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत कहा जाता है।
आइए अब जानते हैं कि क्यों है यह व्रत इतना महत्वपूर्ण-
शब्दों में शिव जी की कृपा की व्याख्या करना संभव नहीं है। यह कृपा जिसपर भी होती है, उसे जीवन का सार समझ आ जाता है। ईश्वर का आशीर्वाद पाकर, कोई भी व्यक्ति सभी दुखों से उपर उठकर विषम परिस्थितियों में भी सुख को ढूंढ लेता है।
सच्चे मन से भगवान शिव में आस्था रखने वाले लोगों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह व्रत सभी शिव भक्तों से लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन वे लोग महादेव के प्रति अपने समर्पण को व्यक्त करने के लिए व्रत व पूजा पाठ करते हैं।मान्यता यह भी है कि अविवाहित लोग भी एक अच्छा जीवनसाथी पाने के लिए इस व्रत को करते हैं।
अब जानते हैं प्रदोष व्रत के दिन किन विशेष बातों का खास ख्याल रखना चाहिए और किन चीजों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
मान्यता है कि प्रदोष काल में उपवास में सिर्फ हरे मूंग का सेवन करना चाहिए, कहा जाता है कि हरा मूंग पृथ्वी तत्व है और मंदाग्नि को शांत रखता है, हालांकि आप पूर्ण उपवास या फलाहार भी कर सकते हैं।प्रदोष व्रत कि पूजा में कंबल या कुशा के आसन का प्रयोग करें। आप इस दिन तालाब या नदी किनारे जा कर मछलियों को आटे की गोलियां खिला सकते हैं।
इस किसी गरीब या ज़रूरमंद व्यक्ति को दान देने से भी पुण्य मिलता है। इसके अलावा व्रत के दिन केवल सात्विक चीजों का ही भोग लगाएं।
The Pradosh Vrat dedicated to Lord Shiva opens the door to earning merit, in which lies the immense faith of all the devotees of Mahadev. Pradosh Vrat comes twice in every month, i.e. in Shukla Paksha and Krishna Paksha. The Trayodashi Tithi of every month is called Pradosh Vrat.
Let us now know why this fast is so important-
It is not possible to describe Shiva’s grace in words. Whoever has this grace, he understands the essence of life. With the blessings of God, a person rises above all sorrows and finds happiness even in difficult circumstances.
People who have faith in Lord Shiva with a sincere heart attain salvation. This fast is important for all Shiva devotees because on this day they observe fast and worship to express their devotion to Mahadev. It is also believed that unmarried people also observe this fast to get a good life partner. .
Now we know what special things should be taken care of on the day of Pradosh fast and which things should not be forgotten.
It is believed that only green moong should be consumed during fasting during Pradosh Kaal, it is said that green moong is the earth element and keeps the flame calm, although you can also do complete fasting or fruit food. Use Kusha’s posture. On this day you can go to the pond or river bank and feed the flour balls to the fish.
Donating to this poor or needy person also gives merit. Apart from this, on the day of fast, offer only satvik things.