आज करता हु वाधा मैं ये साईं जी
दिल किसी का कभी न दुखाउगा मैं
याद हर पल रखुगा वचन आप के
राह बुले हुयो को दिखाऊगा मैं
आज करता हु वाधा मैं ये साईं जी
मैं जलाऊगा दिल से दया के दीये,
रौशनी जिनकी होगी सभी के लिए
जिनकी पलको में रेहते है आंसू सदा
उनको भी मुस्कुराना सिखाउगा मैं
आज करता हु वाधा मैं ये साईं जी
माफ़ दुशमन की भी मैं करुगा खता,
नफरतो से न होगा मेरा वास्ता
कल तलक जिसने मुझको शिकवे गिले
अब उन्हें भी गले से लगाऊगा मैं
आज करता हु वाधा मैं ये साईं जी
आज मोहित ने मन से ले ली है शपत,
साईं जब तक चलेगा ये सांसो का रत
रोज प्यासों को पानी पिलाउगा मैं
रोज चिडियों को दाना खिलाऊगा मैं
आज करता हु वाधा मैं ये साईं जी
Today I am doing this Sai ji
I will never hurt anyone’s heart
I will remember every moment of your words
I will show the way to those who are called
Today I am doing this Sai ji
I will light the lamp of mercy from my heart,
Whose light will be for all
Whose eyelids have tears forever
I will teach them to smile too
Today I am doing this Sai ji
I will forgive the enemy too,
I won’t care about hate
The one who taught me yesterday
Now I will hug them too
Today I am doing this Sai ji
Today Mohit has taken the oath from his heart,
Sai, as long as this breath will last
I will give water to the thirsty everyday
I will feed the birds every day
Today I am doing this Sai ji