अगर श्याम बंसी बजाई न होती,
कोई प्रेमिका मुस्कुराई न होती,
अगर राधिका दिल लगाई न होती,
कभी प्रीत दुनिया में आई न होती
अगर श्याम बंसी बजाई न होती,
अगर रास ब्रिज में न मोहन रचाते,
भाव ज़माने में नही देख पाते,
जो कान्हा में राधा समाई न होती,
कही दिल किसी ने लगाई न होती,
अगर श्याम बंसी बजाई न होती,
अगर कान्हा के राधा बन जाती नारी,
नही प्रीत रिश्तो में हो पाती भरी ,
अगर राधिका प्यार पाई न होती,
जो मोहन की मुरली चुराई न होती,
अगर श्याम बंसी बजाई न होती,
राधा के कान्हा होते न दीवाने,
महोबत के मोसम न होते सुहाने,
अगर गोपियाँ सब न होती बेगानी,
नये इश्क की कोई बनती कहानी,
अगर श्याम बंसी बजाई न होती,
If Shyam Bansi had not been played,
No girlfriend would have smiled,
Had it not been for Radhika,
love would never have come into the world
If Shyam Bansi had not been played,
If Mohan had not made it to the Ras Bridge,
Feelings can’t be seen in time,
Who would not have contained Radha in Kanha,
Somewhere no one would have put a heart,
If Shyam Bansi had not been played,
If Kanha’s Radha becomes a woman,
No, love can be filled in relationships,
Had Radhika not found love,
Who had not stolen Mohan’s murli,
If Shyam Bansi had not been played,
Radha is not crazy about Kanha,
The seasons of love are not pleasant,
If all the gopis were not begani,
A new love story
If Shyam Bansi had not been played,