बजरंगबली तेरा हम दर्श अगर पाएं ।
हे राम भक्त तेरे चरणों में लिपट जाए ॥
अनजनी के लाल जग में तेरी महिमा में भारी है ।
हे पवन पुत्र तुम तो शंकर अवतारी है ।
बिन देखे तेरी सूरत अब चैन नहीं आए ॥
सूरज ने निगल कर के, बजरंगी कहलाए ।
लंका को जला कर के सीता की खबर लाए ।
लक्षमण को बचाने को पर्वत ही उठा लाए ॥
मोतियन की माला को जब तोड़ तोड़ डाले ।
बातों ही बातों में सीने को फाड़ डाले ।
विभिक्षण ने देखा सिया राम नज़र आए ॥
ओसाला सरवाले तेरा गुण गान करे ।
ऐसा वरदान देवो, घर घर तेरा नाम करे ।
दो शक्ति हमे बाबा तेरी सेवा कर पाए ॥
Bajrangbali if we can see you.
O Ram devotee, be wrapped in your feet.
In the red world of strangers is heavy in your glory.
O son of wind, you are an incarnation of Shankar.
Without seeing your face, I am not at peace now.
By swallowing the sun, he was called Bajrangi.
They brought the news of Sita by burning Lanka.
To save Lakshman, the mountain was brought up.
When you break the garland of Motian.
Tear the chest in words.
Vibhikshan saw Siya Ram appeared.
May Osala Sarwale sing your praises.
Give me such a boon, do your name from house to house.
Let us Baba be able to serve you.