बरसाने ना जाऊ तो जी गबराता है,
आके तेरे बरसाने हमको चैन आता है,
सोना और चांदी हमको न भाये,
जो कुछ भी है अपना तुझपे लुटाये,
आखिरी तमना बस ये है हमारी ,
जीना और मरना चोकाथ पे तुम्हारी,
तेरे दर्शन को दिल मेरा भागा आता है,
आके तेरे बरसाने हमको चैन आता है,
फूलो से सजता है दर ये तुम्हारा,
सेवा करता है तेरी एक ग्वाला,
चरणों में बेठा बर्ह्माण्ड सारा,
जो भी कोई आता खाली ना जाता,
खुशियों से झोली हर कोई भर ले जाता है,
आके तेरे बरसाने हमको चैन आता है,
तेरी ये रहमत तब से मिली है,
जब से तेरी चोकठ हमने मली है,
तेरी ये किरपा हमपे रहे यु.
तेरे बिना राहुल को और न भाता है,
आके तेरे बरसाने हमको चैन आता है,
If I don’t go to rain, I get scared.
We come to rest because of your rain,
We do not like gold and silver,
Whatever it is, spend it on you,
Our last wish is just this,
Live and die on Chokath yours,
My heart runs to your darshan,
We come to rest because of your rain,
Decorates with flowers, this is your rate,
Serves you a shepherd,
The universe Sara, sitting at the feet,
Whoever comes, does not go empty,
Everyone fills the bag with happiness,
We come to rest because of your rain,
You have received this mercy since then,
Ever since we have rubbed your throat,
Humpe Rahe Rahi Yu.
Without you, Rahul doesn’t like it anymore.
We come to rest because of your rain,